प्रिय मित्रों,
मैं आपका हमारे विद्यालय, केन्द्रीय विद्यालय भद्रवाह में स्वागत करता हूँ। वर्ष 2003 से हम अपने बच्चों को उनकी पूरी क्षमता का एहसास करने के लिए स्वतंत्रता, समानता और खुशी का माहौल प्रदान करके युवा मानव संसाधन का विकास करके राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं। हमारा मानना है कि यदि भारत को विकसित राष्ट्र बनने के अपने सपने को साकार करना है, तो हमारे विद्यालयों को औपचारिक संस्थानों से स्वतंत्र, आजीवन शिक्षा की नींव रखनी चाहिए। इसे ध्यान में रखते हुए, हमारा लक्ष्य अपने छात्रों को सीखने में सक्षम बनाना, उनके दिमाग को प्रज्वलित करना और उन्हें ज्ञान के द्वार खोलना है। हम अपने अभिभावकों से भी नए विचारों और विचारों के लिए संपर्क करते हैं क्योंकि विद्यालय बच्चों और उनके अभिभावकों तथा बड़े पैमाने पर समाज दोनों के लिए है। इसी भावना से, हमने अपने हितधारकों की सेवा की है और आने वाले वर्षों में भी इसे जारी रखना चाहते हैं।
इस अवसर पर, मैं अभिभावकों और समाज के सदस्यों, विशेष रूप से हमारे पूर्व छात्रों से हमारे विनम्र प्रयासों में शामिल होने का आह्वान करता हूँ।
श्री शमशेर सिंह सैनी
(प्राचार्य)
के.वि. भद्रवाह डोडा जिला, जम्मू एवं कश्मीर